What Is STP In Mutual Fund
नमस्कार दोस्तो आज के इस ब्लॉग मैं (What Is STP In Mutual Fund) के बारे मैं हम आपको पूर्ण जानकारी देने वाले है। म्यूचुअल फंड के निवेशक अपने लक्ष्य और रिस्क प्रोफाइल के हिसाब से डेट फंड, इक्विटी फंड या इनके किसी कॉम्बिनेशन मैं निवेश करते हैं।
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What Is STP In Mutual Fund: म्यूचुअल फंड निवेशकों के बीच बेल्ट क्रियेशन, यानी बचत और निवेश के माध्यम से पैसे जुटने का बेहद पसंदीदा विकल्प बन चुका है, खास तौर पर इक्विटी म्यूचुअल फंड ( Equity Mutual Fund) को इन्वेस्टमेंट का ऐसा तारिक माना जाता है, जिसमें छोटे निवेशक भी शेयर मार्केट के अच्छे रिटर्न लाभ ले सकते है, वो सीधे शेयर खरीदने के मुकाबले काफी कम जोखिम में, दूसरी तरफ, देर फंड (Debt Fund) पर रिटर्न भले ही इक्विटी फंड के मुकाबले कम मिलता हो।
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लेकिन ये ज्यादा सुरक्षित होते हैं, और FD की तुलना मैं खासतौर पर अच्छे रिटर्न देते हैं, इक्विटी फंड की कैटेगरी मैं भी काफी भिन्न स्कीम होती हैं, जिनमें पैसे लगाने पर रिस्क और रिटर्न की संभावनाओं मैं काफी फर्क हो सकता है।
क्यों पड़ती है STP की जरूर | What Is STP In Mutual Fund
म्यूचुअल फंड के निवेशक अपने लक्ष्य और रिस्क प्रोफाइल के हिसाब से डेट फंड, इक्विटी फंड या इनके किसी कॉम्बिनेशन मैं निवेश करते हैं, लेकिन एक ही निवेशक के रिस्क प्रोफाइल और आवश्यकताओं मैं समय के साथ साथ बदलाव आ सकता है, और उसी हिसाब से उसकी इन्वेस्ट की प्राथमिकता भी बदल सकती है, हो सकता है, कोई निवेशक अपनी प्राथमिकता मैं बदलाव आने के बाद किसी एक स्कीम मैं रखें अपने पैसे निकालकर उन्हें किसी दूसरी स्कीम मैं डालना चाहें, तो सिस्टमेटिक ट्रांसफर प्लान (STP) निवेशकों की इसी आवश्यकता को पूर्ण करते हैं।
एक से दूसरी स्कीम मैं फंड ट्रांसफर का बेहतर तरीका | What Is STP In Mutual Fund
सिस्टमेटिक ट्रांसफर प्लान (STP) एक म्यूचुअल फंड स्कीम से दूसरी म्यूचुअल फंड स्कीम मैं फंड ट्रांसफर करने का अच्छा तरीका है, इसके माध्यम से निवेशक अपने निवेश को एक से दूसरे फंड मैं ट्रांसफर करके अपने पोर्टफोलियो को री बैलेंस या एडजस्ट कर सकता है, मिसाल के तौर पर हो सकता है, की निवेशक डेट फंड मैं लगाए अपने पैसों को अच्छे रिटर्न के किए इक्विटी फंड मैं डालना चाहता है।
या फिर रिटायरमेंट करीब आने की वजह से कोई निवेशक इक्विटी फंड मैं रखे पैसों की ज्यादा सुरक्षित और नियमित रिटर्न देने वाले देर फंड मैं ट्रांसफर करना चाहें, ये दोनो ही काम STP की सहायता से काफी अच्छे तरीके से किया जा सकते हैं, और ऐसे आप समझ सकते हैं, (What Is STP In Mutual Fund).
कैसे काम करता है, सिस्टमेटिक ट्रांसफर प्लान
सिस्टमेटिक ट्रांसफर प्लान के माध्यम से एक स्कीम से दूसरी स्कीम से फंड ट्रांसफर एक बार मैं नहीं, बल्कि काफी किस्तों में किया जाता है, फंड ट्रांसफर का यह तरीका ऑटोमेटेड होता है, निवेशक को हर बार एक फंड से दूसरे फंड मैं पैसे डालने नहीं पड़ते, बल्कि उसने जो प्लान चुना होता है, उसके हिसाब से निश्चित समय के बाद तय रकम अपने आप ट्रांसफर हो जाती है।
जिस फंड से पैसे निकाले जाते हैंस उसे सोर्स स्कीम (Source Scheme) और जिस फंड मैं पैसे डाले जाते हैं, उसे टारगेट स्कीम (Target Scheme/Fund) भी कहते हैं, मान लीजिए आपके डेट फंड मैं 5 लाख रुपए हैं, जिनमे से 3 लाख रुपए आप अच्छे रिटर्न के किए इक्विटी फंड मैं ट्रांसफर करना चाहते हैं, तो STP के मध्यम से ऐसा काफी किस्तों में कर सकते हैं।
आपके निर्देश के अनुसार प्रति महीने 50 हजार रुपए आपके डेट फंड से आपकी चुनी हुई इक्विटी स्कीम मैं ट्रांसफर किए जा सकते हैं, इस तरह 3 लाख रुपए की रकम 5 महीने मैं इक्विटी फंड मैं निवेश हो जाएगा, और अगर आप चाहें तो इसे 25 – 25 हजार रुपए की 12 किस्तों मैं भी ट्रांसफर कर सकते हैं, इस दौरान देते फंड मैं राखी आपकी रकम पर भी बचत खाते के मुकाबले अच्छे रिटर्न मिलता रहेगा।
STP मैं मिलता है एवरेजिंग का फायदा
निवेशक चाहें तो एक स्कीम मैं लगे अपने पैसे निकालकर उन्हें एकमुश्त किसी दूसरी स्कीम मैं भी डाल सकते हैं, ऐसा करने पर भी उनका फंड एक से दूसरी स्कीम मैं ट्रांसफर हो जाएगा, लेकिन ऐसे मैं आपके इन्वेस्ट पर शेयर मार्केट की उधल पुथल का प्रभाव पड़ने का रिस्क ज्यादा रहेगा।
मान लीजिए अगर आपको डेट फंड से पैसे निकालकर इक्विटी फंड मैं डालने हैं, और फंड ट्रांसफर करते समय मार्केट ज्यादा ऊंचाई पर रहा, तो आपको इक्विटी म्यूचुअल फंड की यूनिट्स महंगी मिलेंगी, मतलब उतने ही पैसों में आप कम यूनिट्स खरीद पाएंगे, इसका सीधा असर आपके रिटर्न पर पड़ेगा।
और वहीं अगर आप इक्विटी फंड से पैसे निकालकर डेट फंड मैं इन्वेस्ट करना चाहते हैं, और यूनिट्स बेचते समय शेयर मार्केट गिर गया तो आपको रिडेंप्शन के समय नुकसान उठाना पड़ेगा, इतना ही नहीं अगर आपके पैसे निकालने के बाद मार्केट मैं तेजी आ गई तो आप उस संभावित फायदे से भी वंचित रह जायेंगे।
यदि आप एकमुश्त पैसे निकालने और इन्वेस्ट करने की बजाय यही काम किस्तों मैं करेंगे, तो आपको एवरेजिंग का मुनाफा मिलेगा, मतलब आप मार्केट की तेज गिरावट और तेज उछाल दोनो के जोखिम को कम कर पाएंगे, ठीक उसी तरह जैसे सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के मध्यम से निवेश करने पर आपको एवरेजिंग फायदा मिलता है।
एक ही AMC की स्कीम के बीच काम करता है STP
यह बात भी ध्यान मैं रखना होगी कि STP के माध्यम से फंड ट्रांसफर की सुविधा एक ही एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) की भिन्न स्कीमो के बीच मिलती है, मतलब STP के मध्यम से आप रिलायंस म्यूचुअल फंड की किन्ही दो म्यूचुअल फंड स्कीम के बीच तो फंड ट्रांसफर कर सकते हैं, लेकिन रिलायंस म्यूचुअल फंड और आदित्य बिरला सन लाइफ की दो स्कीमों के बीच फंड ट्रांसफर नहीं कर सकते हैं।
FAQ What Is STP In Mutual Fund
Q. STP कैसे काम करता है?
Ans. शुरुआत में एक म्यूचुअल फंड मैं एकमुश्त निवेश करने के किए नियोजित की जाती है, और फिर एक निश्चित समय मैं नियमित रूप से एक निश्चित या परिवर्तनीय राशि को दूसरी योजना मैं स्थानांतरित कर दिया जाता है।
Q. STP का अर्थ क्या होता है?
Ans. सिस्टमैटिक ट्रांसफर प्लान
Q. एसटीपी का उद्देश्य क्या है?
Ans. STP द्वारा यह सुनिश्चित करना है, कि जब आपके निटवर्क मैं अनावश्यक पथ हों तो आप लूप बनाएं
तो आज आप इस आर्टिकल What Is STP In Mutual Fund में समझ गये होंगे की आप कैसे अपना पैसा SIP में इन्वेस्ट कर सकते हैं, अगर आपको इसमें कोई भी Point लगते लगे तो हमे Comment करके जरूर बताये।
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आपका बहुत बहुत धन्यवाद जो आपने इस आर्टिकल What Is STP In Mutual Fund को अंत तक पढ़ा और साथ ही इसे आपने अपने दोस्तों के साथ शेयर भी किया।