SBI म्यूचुअल फंड के नुकसान | SBI Mutual Fund ke Nuksan
SBI म्यूचुअल फंड के नुकसान: जिस तरह SBI म्यूचुअल फंड मैं पैसे लगाने के फायदे हैं, उसी तरह SBI म्यूचुअल फंड के नुकसान भी हैं, जो निम्न प्रकार हैं।
रिटर्न की गारंटी नहीं मार्केट मैं काफी ऐसे इन्वेस्टमेंट विकल्प मौजूद हैं, जो आपको एक निश्चित रिटर्न देते हैं, लेकिन SBI म्यूचुअल फंड मैं ऐसा नहीं होता है, म्यूचुअल फंड का लाभ सीधे शेयर मार्केट के उतार चढ़ाव से संबंधित रहता है, यही वजह है, कि म्यूचुअल फंड के फायदे मैं भी उतार चढ़ाव लगा रहता है।
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यदि आपको लगता है, के आप कम समय मैं एसबीआई म्यूचुअल फंड से ज्यादा फायदा प्राप्त कर लेंगे तो gab आपकी गलतफहमी है, क्योंकि काम समय मैं म्यूचुअल फंड मैं आपको फायदा नहीं हो सकता इसके लिए आपको अपना निवेश लंबे समय तक के लिए म्यूचुअल फंड मैं लगाना होगा तभी आप ज्यादा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं।
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म्यूचुअल फंड की लागत
म्यूचुअल फंड की संभालने के लिए हमारे द्वारा इन्वेस्ट किए गए फंड मैं कुछ ऐसा एक्सपेंस रेशियो के रूप मैं फंड हाउस को दिया जाता है, यदि आप कम समय के लिए निवेश करते है, तो यह खर्चा आपको कम लगेगा लेकिन वही जब आप लंबे समय के लिए इन्वेस्ट करते हैं, तो यह बहुत ज्यादा हो जाता है।
इसलिए जब भी आप (SBI म्यूचुअल फंड के नुकसान) से बचना चाहते हैं, तो म्यूचुअल फंड मैं निवेश करे तो उससे पहले SBI म्यूचुअल फंड के खर्चों से जुड़ी सभी जानकारी प्राप्त कर लें।
एग्जिट लोड (Exit Load) लेना
यदि आप एसबीआई म्यूचुअल फंड के निवेश को 1 साल के अंदर ही निकाल लेते हैं, तो आपको उस समय पर 1% Exit Load देना होगा यह NAV का बहुत छोटा भाग है।
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Exit Load लगाने का मकसद है, कि निवेशक बाहर न जाएं क्योंकि काफी लोग स्कीम्स मैं एंट्री और एग्जिट करते हैं, यह उन लोगों के लिए बेकार है, जो SBI म्यूचुअल फंड से पैसा जल्दी निकालना चाहते हैं, उन्हें SBI म्यूचुअल फंड के नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
लॉक इन अवधि
लॉक इन अवधि से अर्थ है, कि आपको अपना निवेश किया गया पैसा एक निश्चित समय के लिए जमा करना होगा, और एक निश्चित समय के लिए जमा करना होगा, और उस समय आप उस पैसे को निकाल नहीं सकते हैं, यदि आप उस पैसे को निकालते हैं, तो आपको अपने निवेश पर SBI म्यूचुअल फंड के नुकसान उठाने पड सकते हैं।
वैसे तो सभी स्कीमों पर लॉक इन अवधि नहीं लगाई जाती है, लेकिन क्लोज एंडेड स्कीम और elss स्कीम से लॉक इन अवधि आवश्यक होता है, इसलिए आपको हमेशा us पैसे का निवेश करना चाहिए, जिसकी आवश्यकता आपको तुरंत न पढ़े नहीं तो आपको जब पैसों की आवश्यकता होगी, तो आपको SBI म्यूचुअल फंड के नुकसान के रूप मैं साबित हो सकता है।
SBI म्यूचुअल फंड रिटर्न पर टैक्स
म्यूचुअल फंड स्कीम पर भी आपको टैक्स देना होता है, जिससे कि आप के फायदे का कुछ प्रतिशत कम हो जाता है, यदि आप 12 महीने से कम समय के लिए इक्विटी मैं निवेश करते हैं, तो आपको Short Term Capital Gain के रूप मैं 15% टैक्स और अगर आप 12 महीनो से ज्यादा समय के लिए इन्वेस्ट करते हैं, तो Long Term Capital Gain के रूप मैं 10% टैक्स देना होता है, इसलिए म्युचुअल फंड मैं निवेश करते समय आप कोशिश करें, कि आप अपनी निवेश की गई धन राशि को लंबे समय तक स्टॉक मार्केट मैं लगा पाएं, नहीं तो SBI म्यूचुअल फंड के नुकसान भी हो सकते हैं।
नियंत्रण की कमी
जैसा कि आप सभी जानते है, म्यूचुअल फंड मैं जो पैसा इन्वेस्ट किया जाता है, उस पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं होता है, बल्कि उसे फंड मैनेजर के द्वारा नियंत्रित किया जाता है, वहीं अपनी इच्छा के मुताबिक हमारे निवेश को स्टॉक मार्केट या अन्य मार्केट मैं लगाते हैं।
यह सभी निवेशकों के लिए निर्धारित है, कि उनका निवेश किया गया पैसा फंड मैनेजर के द्वारा ही संचालित किया जायेगा, इसके अलावा आपसे कुछ पैसे लेकर फंड मैनेजर की सुविधा दी जाती है।
डायरेक्ट निवेश से नुकसान
एसबीआई म्यूचुअल फंड मैं निवेश करने के लिए निवेशक को तकनीकी जानकारी होना जरूरी है, इसका मतलब है, कि निवेशक मार्केट की स्थिति के बारे मैं जानता हो और उसे पता हो कि म्यूचुअल फंड कैसे काम करता है।
यदि निवेशक को इन बातों की समझ नहीं होगी, तो सीधा निवेश करने मैं गलतियों की संभावना रहती है, ज्यादा रिटर्न पाने के लिए डायरेक्ट निवेश अच्छा विकल्प है, लेकिन बिना समझ के इस मैं हाथ डालना पागलपन भरा हो सकता है।
स्कीम चुनने में गलती
भारत के अलग अलग म्यूचुअल फंड हाउस काफी स्कीमों की पेशकश करते हैं, निवेशकों के द्वारा एक सही स्कीम का चुनाव करना सरल बात नहीं है, ज्यादातर निवेशक फ्यूचर के प्रदर्शन को ध्यान मैं न रखते हुए पिछले प्रदर्शन की देखकर स्कीम का चुनाव कर देते हैं।
इस प्रकार से वह संभावित रिटर्न पाने से वंचित हो जाते हैं, जिसे किसी दूसरी स्कीम मैं इन्वेस्ट करके प्राप्त कर सकते थे, इसलिए इस बात का खासतौर पर ख्याल रखना चाहिए, कि आप अच्छे रिटर्न वाले म्यूचुअल फंड मैं इन्वेस्ट करें, जिससे उसका लाभ आपको मिले, और SBI म्यूचुअल फंड के नुकसान का सामना आपको न करना पड़े।
विविधीकरण
म्यूचुअल फंड मैं विविधीकरण से लाभ तो होता है, लेकिन काफी बार इससे आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
जब किसी स्टॉक का दाम दोगुना हो जाता है, तब भी आपके म्यूचुअल फंड मैं इन्वेस्ट की कीमत दोगुनी नहीं होती है, क्योंकि आपका इन्वेस्ट फंड मैनेजर के द्वारा भिन्न शेयर मैं किया जाता है, और जिस स्टॉक का दाम दोगुना होता है, वह आपके म्यूचुअल फंड के निवेश का एक छोटा सा भाग होता है, जिसे आप बदल नहीं सकते हैं।
FAQ SBI म्यूचुअल फंड के नुकसान
Q. एसबीआई का सबसे अच्छा म्यूचुअल फंड कौन सा है?
Ans. एसबीआई मैग्नम चिल्ड्रेंस बेनिफिट फंड (SBI Magnum Children’s Benefit Fund)
Q. SBI म्यूचुअल फंड के नुकसान क्या हैं?
Ans. अगर आपके निवेश के बाद एनएवी कम हो जाता है, तो आपको अपनी मूल राशि पर भारी नुकसान होता है।
Q. 1 साल मैं म्यूचुअल फंड कितना रिटर्न देता है?
Ans. लंबे समय मैं काफी म्यूचुअल फंड स्कीम हैं, जिनका रिटर्न 7 से 12 फीसदी तक सालाना रहा है।
तो दोस्तों इस आर्टिकल (SBI म्यूचुअल फंड के नुकसान) को यहां तक पढ़ने के बाद मैं अपने जान लिया है, तो दोस्तों उम्मीद करते हैं आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा।
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आपका बहुत बहुत धन्यवाद जो आपने इस आर्टिकल SBI म्यूचुअल फंड के नुकसान को अंत तक पढ़ा और साथ ही इसे आपने शेयर भी किया।
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